अक्सर ये सवाल आप के मन में उठता है कि Apple जैसी बड़ी टेक कंपनी अपने iPhones चीन में क्यों बनाती है? क्या वजह है कि अमेरिका जैसी टेक्नोलॉजी सुपरपावर होते हुए भी Apple अपने प्रोडक्ट्स को घरेलू स्तर पर नहीं बनाता? इसको लेकर अब खुद कंपनी के CEO टिम कुक का बयान सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

चीन में Apple की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर क्या बोले टिम कुक?
2024 में रिकॉर्ड किया गया टिम कुक का एक वीडियो इन दिनों चर्चा में है। 55 सेकंड के इस वीडियो में कुक साफ तौर पर कहते हैं कि Apple अपने iphone चीन को कम मजदूरी के कारण नहीं, बल्कि वहां की गहरी तकनीकी विशेषज्ञता के चलते चुनता है।
उन्होंने कहा,
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"सामान्य धारणा है कि कंपनियां चीन में सिर्फ सस्ती लेबर के लिए जाती हैं, लेकिन सच यह है कि चीन अब वह देश नहीं रहा। चीन में अब बेहद कुशल और प्रशिक्षित टेक्निकल वर्कफोर्स मौजूद है, जो हमारे प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता के लिए जरूरी है।"
टिम कुक ने आगे कहा कि iPhone जैसे हाई-टेक प्रोडक्ट को बनाने के लिए जिस स्तर के उपकरण, सटीकता और स्किल्स की जरूरत होती है, वो चीन में बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं। वहीं अमेरिका में ऐसी इंजीनियरिंग प्रतिभा और सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर की भारी कमी है।
अमेरिका बनाम चीन: मैन्युफैक्चरिंग में अंतर
टिम कुक ने उदाहरण देते हुए बताया,
"अगर आप अमेरिका में इक्विपमेंट इंजीनियरों की एक बैठक बुलाते हैं, तो शायद एक कमरा भी न भर पाए। लेकिन चीन में आप ऐसे सैकड़ों फुटबॉल मैदान भर सकते हैं।"
यानी चीन में न सिर्फ तकनीकी कौशल उपलब्ध है, बल्कि स्केल भी है।
ट्रंप प्रशासन का क्या है रुख?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन ने कई बार Apple जैसी कंपनियों से कहा है कि वे अपने प्रोडक्ट्स अमेरिका में ही बनाएं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लीविट ने कहा,
"अगर Apple को लगता है कि अमेरिका यह काम नहीं कर सकता, तो शायद वे देश में 500 बिलियन डॉलर के निवेश का वादा नहीं करते।"
क्या अमेरिका में iPhone बनाना संभव है?
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में iPhone जैसे प्रोडक्ट्स बनाना कई कारणों से मुश्किल है:
उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों के लिए फैक्ट्री इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी
कुशल लेबर का अभाव
सप्लायर नेटवर्क और इंजीनियरिंग सपोर्ट सिस्टम का न होना
भारत बना रहा है चीन का विकल्प
Apple अब चीन पर निर्भरता घटाने के लिए भारत पर फोकस कर रहा है। कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा iPhone प्लांट बना रहे हैं।
मार्च 2024 में खत्म हुए साल में Apple ने भारत में 22 बिलियन डॉलर के iPhones का असेंबली किया, जो पिछले साल की तुलना में करीब 60% ज्यादा है।